#UBI #Valentinesday
चाहेंगे हम जो भूल ना पाएंगे
भूल से भी भूल कर कहाँ जाएंगे
चाहेंगे हम जो भूल ना पाएंगे
तेरी गली में चले आएंगे
भूल से भी भूल कर कहाँ जाएंगे
चाहेंगे हम जो भूल ना पाएंगे
पहले से हम अन्जाने ना थे
अब तो लगता है
खुद से बेगाने हो गए हैं
जब से देखा है वो चेहरा
खुद को भूलने लगे हैं
अब तो लगता हैं
खुद से जलने लगे हैं
लगता है अब घर भी नहीं है
उनके दिल में ही जगह बनाएंगे
भूल से भी भूल कर कहाँ जाएंगे
चाहेंगे हम जो भूल ना पाएंगे
मिलता है प्यार किसी किसी को
छीन ना ले कोई उसके हाँथ को
फिर भी साथ हम दिल को लाएंगे
भूल से भी भूल कर कहाँ जाएंगे
चाहेंगे हम जो भूल ना पाएंगे
डूबे थे जब,सब “प्रेम-रंग” में।
थे,सराबोर जब,गुलाबों की सुगन्ध में।
उड़ चले!”प्रेम-पखेरू”,डूब के “लाल-रंग”में।
हाँ!”लाल-रंग” में!!
Anita Rai