जब नया साल आता हैं
नई उम्मीदे नई तरंगे
कुछ हसीन ख्वाब संग लाता हैं…
पल पल ये गुजरता हैं और
कुछ मीठे तो कुछ कड़वे किस्से
अपनी यादों में छोड़ जाता हैं…
कुछ ऐसे ही गुजरा 2019 का संग
कहीं देशप्रेम तो कही दिखा
देश द्रोह का रंग …
हटी धारा 370 तो माँ भारती मुस्काई
आया जब तीन तलाक का फैसला
हर ललना के चेहरे पे लाली छाई……
गूंजा जयश्रीराम का जयकारा
जब आयोध्या धाम में
सहर्ष स्वीकारा कोर्ट का फैसला
दिखी हिन्दू मुश्लिम एकता
अपने हिंदुस्तान में…
कुछ इस तरह ये राष्ट्र का स्वर्णिमवर्ष बन गया
कुछ खट्टी कुछ मीठी यादें
मेरे संग भी जोड़ गया
मिला स्नेह यू. बी.आई. का
एक परिवार मैंने पाया …..
मिली मेरे सपनों को उड़ान
कलम मेरी चलने लगी
मिला स्नेह सम्मान इस मंच
होके बेखौफ अब मै
हौसलों की उड़ान भरने लगी…
सरिता तिवाडी (पारीक)
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