मैं ,वर्ष 2019,
अब बस कुछ ही दिनों में
विगत हो जाऊंगा,
फिर खट्टी मीठी यादें बन
सबके मानसपटल पर बस जाऊंगा।
कुछ के जीवन की नसीहत बन पथ-प्रदर्शक बनूंगा
या फिर इतिहास के पृष्ठों पर स्वर्णिम अक्षरों में अंकित हो
काल- गह्वर में विलुप्त हो जाऊंगा
कुछ आशाएं, कुछ चाहतें आगामी
वर्ष की पनपने लगीं हैं मुझसे
सपने स्वर्णिम भविष्य के लिए
संजोने लगा हूं मैं,
भविष्य की घटनाओं का संयोजन
मेरी ही पृष्ठभूमि में होने लगा है अब
दोनों बाहें फैला कर आगामी वर्ष को स्वागत जना रहा,
कुछ के हौसले बुलंद कर रहा,
नई उड़ान भरने की हिम्मत जुटा रहा
मैं 2019, सबको अलविदा कह रहा( धन्यवाद)