Hindi Poetry यह ज़रूरी तो नहीं दिल की बातें सब बयां हो तो इश्क कैसा!!!!! Read More » June 29, 2020 No Comments
Hindi Poetry तुम ही थे कहीं बैठा था मैं अपने स्वप्न-मित्रों के साथ और लगा तभी मुझे कि एक हवा के झोकें से कुछ विचलित सा हो गया हूँ मैं Read More » May 24, 2020 No Comments
Hindi Poetry तन्हाई की भाव-भरी बातें कभी सुनी है तुमने तन्हाई की आवाज़बैठे थे जो साथ, हम तुम कभीहाथों में हांथ भी था, और महसूस किया थाहृदय-भावों का निर्मल चुम्बन।किंचित आँखों Read More » May 17, 2020 No Comments
Hindi Poetry प्रकृति जहाँ जाने के बाद वापस आने का मन ना करे जितना भी घूम लो वहाँ पर कभी मन ना भरे हरियाली, व स्वच्छ हवा भरमार Read More » May 10, 2020 No Comments
धरती माँ धरती यही तो है हम सबकी माँ ! इस जेसा कहाँ दूसरा ! इसकी पनाह मै ! दुिनया पलती है ! जो पल पल रंग Read More » April 11, 2020 No Comments
Hindi Poetry ख्वाहिशें फिर इक नयी उम्मीद, फिर इक नयी चाहत फिर इक नया सवेरा आ चल कर लें ख्वाहिशें पूरी कि जब तक साथ है तेरा और Read More » April 11, 2020 3 Comments
Hindi Poetry “अवाम का आत्मकथ्य” हम चाहने वाले पशु हैं हम जो होता है उसे ही चाहते है बाद में उसके होने का शोक मनाते हैं बाद में जो नहीं Read More » February 8, 2020 No Comments
Hindi Poetry “लोग” बड़े अजीब है लोग सांप से लहराते हुए चलने वाले बात बात पर बात बदल बदल के बोलने वाले लोगों के लिए आप महज़ पीकदान Read More » February 8, 2020 No Comments
Hindi Poetry “पिता” आज भी देखा है मैंने पिता को शाम को कंडिया लेकर शनिवार के रोज़ कट्टे के थैले में हमारे लिए खिलौने लाते हुए पहले छुपाते Read More » February 8, 2020 No Comments
Hindi Poetry “चुप” रहने की आसानी पर आसान है चुप रहना बहुत आसान है बकबादियों के विवर में चुप रहकर बचे रहना कालों की दुनिया में सफेदपोश हो किसी भी अंदर के Read More » February 8, 2020 No Comments