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Don't put off until tomorrow what you can do today.

रजनी सरदाना । (विधा : कविता) (काल करे सो आज कर, आज करे सो अब | प्रशंसा पत्र)

रे मन मनचले,खुशियाँ बटोर लें,कल का नहीं कोई भरोसा, मिले ना मिले तुझे कहीं,ये बारिश का बोसा उड़ान भर पंछियों सी ना पल का कर

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भार्गवी रविन्द्र । (विधा : कविता) (काल करे सो आज कर, आज करे सो अब | प्रशंसा पत्र)

कल एक छलावा है …… जो लौटकर फिर नहीं आने वाला वो बीता कल है जिसकी कोई पहचान नहीं वह आने वाला कल है अपना

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हिना शाइस्ता। (विधा : कविता) (काल करे सो आज कर, आज करे सो अब | सम्मान पत्र)

आज ही चांँद को गली में अपने बुला लेते हैं संग खिली चांँदनी हम भी खिलखिला लेते हैं नग़्में बिखरे हैं इस मौसम- ए -बहार

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निशा टंडन। (विधा : कविता) (काल करे सो आज कर, आज करे सो अब | सम्मान पत्र)

तुम आने वाले कल पर क्यूँ उम्मीद लगाते हो वक्त को अपने हिसाब से क्यूँ आज़माते हो छोड़ कर इच्छाशक्ति के प्रबल शस्त्र को अपने

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डॉ. सोनिया गुप्ता । (विधा : कविता) (काल करे सो आज कर, आज करे सो अब | सम्मान पत्र)

वक्त का पहिया अजब है, ये सदा चलता ही जाए, बीत जाता है जो लम्हा, लौट कर वो फिर न आए ! भूल जाता है

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स्वाति गर्ग। (विधा : उद्धरण) (काल करे सो आज कर, आज करे सो अब | सम्मान पत्र)

पलक झपकते ही , दृश्य बदल जाता है ,, हर धड़कन पर , जीवन नया रंग दिखलाता है ,, अवसर निकल जाने पर , अक्सर

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रीता बधवार। (विधा : उद्धरण) (काल करे सो आज कर, आज करे सो अब | सम्मान पत्र)

समय की कल को जिसने पहचाना,आज के महत्व को जिसने है जाना, मुठ्ठी में‌ है तक़दीर उसके वश में है ज़माना…. @ रीता बधवार

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