हे स्त्री! ............. हे स्त्री! मत सोच कि जमाना क्या कहता है? वहीं कर जो तुम्हारा दिल कहता है.. कहते हैं जब तुझे निर्बल, तब खून मेरा उबलता है। करा... More
मां की व्यथा ….................... जब भी तेरा बचपन देखा बह गई अश्रु की धार। इस बार भी तू नहीं आया सूना रह गया त्योहार। अपने बापू से तूने सीखा यौवन... More