रीता बधवार (विधा- कविता) (धन्यवाद 2019 | प्रशंसा पत्र )
ग़ुज़रते हुए इस साल को मेरा सलाम, दिसम्बर माह को मेरा प्यार भरा पैग़ाम, शुक्रिया तुम्हारा,जो तूने की मेहरबानी, सुननी है वो कहानी तुम्हारी अपनी
ग़ुज़रते हुए इस साल को मेरा सलाम, दिसम्बर माह को मेरा प्यार भरा पैग़ाम, शुक्रिया तुम्हारा,जो तूने की मेहरबानी, सुननी है वो कहानी तुम्हारी अपनी
फिर बरस एक और बीत चला, सौगातें स्वर्णिम लाया था । कुछ मीठी और कुछ खट्टी सी, यादों की पिटारी लाया था । आगजनी और
अलविदा गत वर्ष को स्वागत नव वर्षें जश्न मनाऊँ एक बार मिलकर पूरा परिवार , साथ मुस्कराऊ, एक रज़ाई में बैठे सब , मिल मस्ती
कभी अस्त व्यस्त सा कभी सुर से ताल मिला जैसा भी रहा 2019 तेरा लाख लाख शुक्रिया एक जुनून सा था जब कदम रखा था
मैं ,वर्ष 2019, अब बस कुछ ही दिनों में विगत हो जाऊंगा, फिर खट्टी मीठी यादें बन सबके मानसपटल पर बस जाऊंगा। कुछ के जीवन
आज एक दिन और गुजर गया, कुछ दिनों में ये साल भी गुजर जाएगा। कुछ अपने भी गुजर गए इस साल, छोड़ गए कुछ यादें
रात भर वह छुप छुप कर रोयी थी ..गीली तकिया उसके रूदन की गवाह थी .. ” चाची..चाची ..” की फुसफुसाहट से उसका ध्यान भंग
Let the bygone be bygone, No complaints no repentance, Many changes many occurrences, May shine in the memory lane, Let us say goodbye to 2019,
Am not an opportunist I love each season without reason I face new challenges irrespective of ensnaring messages You remained an eye opener year for
UBI stands for United By Ink®️. UBI is a Global Platform- the real-time social media interactive forum created for Readers, Writers and Facilitators alike.This platform aims to help creative souls realize their writing goals.
Click on our representatives below to chat on WhatsApp or send us an email to ubi.unitedbyink@gmail.com