शिबराज प्रधान (UBI जंगल की एक सुबह प्रतियोगिता | सहभागिता प्रमाण पत्र )
स्निग्ध,सुरम्य नन्दन बन भोर बेला के द्रिश्य दर्पण रुपसी, सुन्दरी, मनोरम मोहिनी,माधुरी,अकिञ्चन। सघन हरियालीके मादकता सौन्दर्यताके कौमार्य छटा चपल पल्लवीके अल्हड़ता पुष्पिकाके मोहक चपलता !