Blog ग़ज़ल ग़ज़ल ( आदत न रखे ) जवानी से उलझने की, नीयत न रखे। दख़लंदाज़ी करने की, जुअरत न रखे ।। ऐसे दौर से गुज़रना अनहोनी Read More » June 10, 2019 1 Comment