नरप्रशाच इन लोगों से
एक पुकार एक बेश्या की
ना काटो पंख इन परियों के
ना करो सूनी गोद किसी माँ की
बिन पैसे ही आजाना
तुम हवस के नीच दरिंदो
जिन अँगो से जन्म लिया
उनको ही तुम्हें पाना है
नन्ही बच्चियों की आबरू से ही
मर्दाँगनी तुम्हें दिखाना है
इन्हीं से राखी , इन्हीं से टीका
यही तो तुम्हारी माँ , बहना है
क्या फ़र्क़ पड़ता है वो आपकी या …………..
बस वो तो घर का गहना है , बस वो तो घर का गहना है …………
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