कुछ रूठे, कुछ मान गए,
और कुछ को अभी मनाना है,
छोटे बड़े का भेद मिटाकर,
इक पंक्ति में सबको लाना है,
धन्यवाद 2019 ,
2020 को अभी आना है।
कुछ रिश्ते टूटे, कुछ हाथ छुटे,
और कुछ को अभी मिलाना है,
कुछ टूटी कड़िया फिर से जोड़कर,
परिवार फिर से बनाना है,
धन्यवाद 2019 ,
2020 को अभी आना है।
कुछ मंजिल हमसे छूट गई,
उस मंजिल को भी पाना है,
कुछ राहे छूट गई थी पीछे,
उन राहों पर फिर जाना है,
धन्यवाद 2019 ,
2020 को अभी आना है।
कुछ ठोकर खाकर गिर पड़े,
उस गिरे हुवे को उठाना है,
रिश्वतखोरी कालाबाज़ारी,
देश से इसको मिटाना है,
धन्यवाद 2019 ,
2020 को अभी आना है।
कुछ नाम हमने खो दिए,
कुछ नाम अब कमाना है,
हिन्दू, मुस्लिम, सिख , ईसाई
इक मंच पे सबको आना है,
धन्यवाद 2019 ,
2020 को अभी आना है।
कितनी भी हो मुश्किल राहे,
आगे कदम बढ़ाना है,
विजय पताका फहराने को,
नव पथ पर चलते जाना है,
धन्यवाद 2019 ,
2020 को अभी आना है।
कितनों ने है इज्जत खोई,
उन्हें सम्मान दिलाना है,
बहन बेटियों बहुत हो चुका,
तुमको न्याय दिलाना है,
धन्यवाद 2019 ,
2020 को अभी आना है।
देखे सपने जाग के हमने,
उन सपनों को जगाना है,
निजी स्वार्थ से उप्पर उठकर,
देश को आगे लाना है,
धन्यवाद 2019 ,
2020 को अभी आना है।
हर युवा है जाग रहा अब
नशे से मुक्ति पाना है,
शिक्षा ज्ञान को संचित करके,
देश हित मे लगाना है
धन्यवाद 2019 ,
2020 को अभी आना है।
इतिहास भी याद करेगा,
ऐसा नाम बनाना है,
मात्र भूमि में जन्म लिया जब,
उसका कर्ज चुकाना है,
धन्यवाद 2019 ,
2020 को अभी आना है।
How useful was this post?
Click on a star to rate it!
Average rating 1 / 5. Vote count: 1
No votes so far! Be the first to rate this post.