कहा उसने ~
कि मैं समय की शाश्वत धारा का वो हिस्सा हूँ जिसको तुम मनुष्यों ने नाम दिया है.. साल २०१९ । अब मेरा कालखण्ड पूर्णाहुति की ओर है ।
मैंने कहा ~ प्रिय २०१९.. बहुत धन्यवाद है तुम्हारा । तुम्हारा सुखद साहचर्य बहुत सुंदर , सुफल रहा । तुम्हारी समय की सरिता में मेरी जीवन नौका का विहार अनगिनत सौभाग्यशाली पल दे गया , अनेकों उपलब्धियों के कमल दे गया , अनेक हृदय और अनेक जीवनों को स्पर्श कर सके.. ऐसे सृजन दे गया । तुम्हारे समय के आकाश में परमात्मा ने मेरे माध्यम से संयोजित शब्दों को पुस्तकों का आकार देने का सौभाग्य दिया। दो पुस्तकों ~ ‘ स्वर्णिम सौगातें ‘ एवं ‘ SURBALA ‘ The Divine Soul का लोकार्पण हुआ .. जिनसे अनेकों जीवन और अधिक आलोकित , आनंदित होंगें । और एक महत्वपूर्ण हृदय को हर्षित करनेवाला संयोग बना~ एक नया परिवार मिला ~~ UBI परिवार , और इस परिवार के अनेकों मित्रों के स्नेह , सम्मान , सानिध्य से जीवन और अधिक सुरभित हुआ । और भी अनेक प्रेमी हृदयों से नयी मित्रता हुई , कई कार्यक्रम हुए ।
कहते हैं ना.. कि सुख में समय के पंख लग जाते हैं । कल की सी बात लगती है जब तुम आये थे , और देखो ना.. तुम्हारे पंखों ने तो विदा होने के लिए उड़ान भरने की तैयारी कर ली । कितनी जल्दी हो गया ये सब.. पता ही नहीं चला । तुम तो चले जाओगे ~ पर मेरी स्मृतियों के मधुवन में तुम्हारी सुगंध सदा रहेगी ।
तुम्हारा , संपूर्ण अस्तित्व का , सभी जाने अंजाने स्नेही मित्रों का हृदय से आभार । पूरे विश्व का , हमारे भारत का , आप सभी स्नेही मित्रों का , प्रत्येक प्राणी का आनेवाला नव वर्ष २०२० सुंदर , सुफल , सुखद हो ..
इन्हीं मंगल कामनाओं के साथ ~~
उसकी अनुकंपा हो ऐसी मिट जाये सारे संघर्ष
कोई नव संकल्प जगे और आये कोई नव उत्कर्ष
तन मन से प्रयास हो सच्चा हो जाये उसका स्पर्श
हम सबके जीवन में आये हर्ष भरा सुंदर नव वर्ष..!!