चलो फिर से गुजर गया है एक पुराना साल
जिसमे ना तो किस्मत बदली, ना बदला अपना हाल
इस साल भी हमलोगों का यही रहा चर्चा
आमदनी है अठन्नी और है रुपए का खर्चा
कुछ चीजें यकीनन इस साल में देखो बढ़ गई
बढ़ा चश्में का नंबर, बालों में सफेदी चढ़ गई
अब ऐसे ही रिश्ते देखो सबको मंजूर हो गए
मोबाईल से पास पर रूबरू मिलनें से दूर हो गए
जाते जाते साल 2019 हमसे कुछ सवाल कर गया
क्यो शान्ति से भरे मुल्क में इतना बवाल भर गया
जब कुछ यादों को समेटे ये साल जा रहा है
नई उम्मीदों को लेकर नया साल भी तो आ रहा है
खुशियों से भरे लम्हे देने के लिए 2019 तुझे धन्यवाद
याद तुझे हम रखेंगे, तेरे जाने के बाद
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