#UBI #Valentinesday
तेरी यादों के समंदर में डूब जाने को जी चाहता है।
प्यार की राह में मर जाने को जी चाहता है ।।
भला दस बरस का अरसा क्या होता है कम,
फिर भी यकीन नहीं तुझे की प्यार करते हैं हम।
आ जाए यकीन जिससे, कुछ ऐसा करने को जी चाहता है,
प्यार की राह में मर जाने को जी चाहता है।।
कल तलक जो अपने थे,आज गैर बन बैठे हैं,
चाहते थे बन्द रखना जिसे,वो किताब खोल बैठे हैं।
अपनी हालात पे आज रोने को जी चाहता है,
प्यार की राह में मर जाने को जी चाहता है।।
तू न सही,साथ है तेरी यादों के साए,
खुदा करे दुःख की सर्द हवाएँ न तुझे छूने पाए।
घर आओ मेरे यूँ ही तेरे दीदार को जी चाहता है,
प्यार की राह में मर जाने को जी चाहता है।।
तेरी यादों के समंदर में डूब जाने को जी चाहता है।।
कृष्णा बुडाकोटी